किरदार आत्मा का घर  

आत्मा का किरदार पांच कायाओं से मिलकर बना होता है भौतिक काया, बुद्धि काया, विवेक काया, संस्कार काया, और चित्त काया। ये सभी कायाए आत्मा को काल-चक्र में दृश्यों का अनुभव करने में सहायक होती है। एक जाग्रत आत्मा का इन सभी कायाओं पर नियंत्रण होता है परन्तु जब आत्मा मोह के जाल में फस जाती है तो वह आत्मा सुप्त हो जाती है और फिर ये कायाए माया के जाल से प्रभावित हो जाती है जिनका प्रभाव ये होता है कि हर एक काया खुद को प्रबल बनाने का प्रयास करती है जिससे अन्य कायाओं को हानि पहुँचती है।

एक आत्मा जो भी अनुभव करती है या करने की इच्छा रखती है या अनुभव कर चुकी होती है वह सब अनुभव किरदार द्वारा ही होते है।

किरदार आत्मा का एक घर है जो काल-चक्र में बदलता रहता है जिसे मानव दूसरे जन्म के रूप में जानते है। आत्मा का एक किरदार से दूसरे किरदार में जाना मानव के लिए एक नया जन्म जैसा लगता है परन्तु यह बिलकुल आवश्यक नहीं है कि आत्मा मृत्यु के बाद ही दूसरे किरदार में प्रवेश करे। बिना मृत्यु के भी आत्मा दूसरे किरदार में प्रवेश कर सकती है और एक आत्मा किसी भी किरदार में प्रवेश कर सकती है।

ब्रह्माण्ड में जिसका जन्म होता है उसकी मृत्यु भी निश्चित होती है परन्तु आत्मा अमर है। मृत्यु सिर्फ किरदार की होती है आत्मा कभी नहीं मरती। आत्मा सिर्फ मृत्यु का अनुभव करती है और अन्य दृश्य का अनुभव करने के लिए दूसरे किरदार में प्रवेश करती है।

अगर किसी किरदार की मृत्यु हो जाती है और आत्मा की अगर कोई इच्छा अधूरी रह जाती है तब आत्मा एक नए किरदार में प्रवेश कर अपनी इच्छाओ को पूर्ण करती है जिसे मानव पुनर्जन्म का नाम देते है परन्तु कभी-कभी ऐसा भी हो जाता है कि आत्मा किसी अन्य आत्मा के किरदार में प्रवेश कर लेती है और उसका अपना किरदार समझ लेती है और दृश्य का अनुभव करती है, ऐसा होने पर मानव उसको भूत-प्रेत का नाम देते है। जब कोई आत्मा किसी दूसरी आत्मा के किरदार में प्रवेश करने की कोशिश करती है या प्रवेश कर जाती है तब ब्रह्माण्ड के देवता उस आत्मा की सहायता करते है और किरदार में प्रवेश दूसरी आत्मा को किरदार से अलग करते है।

जब किरदार विश्राम की अवस्था में होता है या फिर निद्रा अवस्था में होता है तब किरदार की आत्मा किरदार से अलग हो जाती है और वह स्वपन लोक में चली जाती है और वह दृश्यों का अनुभव करती है परन्तु जब किरदार में आत्मा नहीं होती तब ब्रह्माण्ड के देवता किरदार की रक्षा करते है ताकि अन्य कोई आत्मा उस किरदार में प्रवेश ना कर सके और अगर कोई अन्य आत्मा उस किरदार में प्रवेश करने की कोशिश करती है तो देवता किरदार की आत्मा को स्वपन लोक से तुरंत किरदार में भेज देते है। Hanuman Mantra